Information hindi | By Admin | May 20, 2025
"रात थी गहरी… पर सरहद के उस पार सिर्फ अंधेरा नहीं था,
बल्कि भारत के जाँबाज़ों का फैसला था — अब हर ज़ख्म का हिसाब होगा!"
7 मई 2025, तड़के 1:44 बजे।
जब दुनिया नींद में थी, भारत के राफेल आसमान में गरज रहे थे।
और पाकिस्तान की ज़मीन — कांप रही थी!
यही था — ऑपरेशन सिन्दूर।

कैसे बरपा कहर?
22 अप्रैल 2025 — पहलगाम में आतंक की एक और कायराना हरकत।
26 मासूमों की जान ली गई , और भारत की आत्मा लहूलुहान।

भारत ने जवाब नहीं दिया,
भारत ने इंतज़ार किया… ताकि जवाब आखिरी हो।
और फिर —
1:44 AM, भारतीय वायुसेना ने उठाया सटीक वार का परचम।
9 आतंकी ठिकाने — बहावलपुर, मुरिदके, कोटली, सियालकोट, मुज़फ्फराबाद…

सिर्फ कुछ मिनटों में राख में बदल गए।
‘सिन्दूर’ क्यों?
क्योंकि ये सिर्फ एक रंग नहीं था,
ये वो प्रतीक था — जो हर भारतीय महिला मांग में सम्मान से सजाती है।
अब वही रंग
देश के ललाट पर चमका — राफेल की लौ में,

सीमा के धुएं में, और हर शहीद के नाम पर।
‘सिन्दूर’ अब सिर्फ सुहाग का नहीं,
शौर्य का, प्रतिशोध का और भारत माता के आत्मसम्मान का प्रतीक है।
नवोदयन भाइयों और बहनों, ज़रा ध्यान दो…
हम वो हैं —
जो कड़क सर्दियों में आधी बांहों में क्लास में बैठते थे,
जो दाल-चावल के स्वाद में आत्मनिर्भरता ढूंढते थे,
जो हर परीक्षा को युद्ध समझते थे,
और जब देश पुकारे —
तो बिना वर्दी के भी वीर बन जाते हैं!
ऑपरेशन नवोदयन — अब हमारी बारी है!
अब वक्त है "ऑपरेशन नवोदयन" का —
जहाँ लड़ाई सीमा पर नहीं,
समाज में, सिस्टम में, सोच में होगी!
शिक्षा से लड़ो — अज्ञान के खिलाफ।
सेवा से लड़ो — स्वार्थ के खिलाफ।
एकता से लड़ो — टूटते भारत के खिलाफ।
हर नवोदयन अब एक सैनिक है,
जो अपने-अपने क्षेत्र में देश को नई ऊँचाई तक ले जाने के लिए तैनात है।
क्या तुमने भी ‘सिन्दूर’ पहना है?
ये सवाल अब महिलाओं से नहीं,
हर उस भारतीय से है — जो देश को माँ कहता है।
क्या तुम्हारे माथे पर भी
देश के लिए कुछ कर दिखाने का संकल्प-सिन्दूर सजा है?
तो चलो… अब वक़्त आ गया है।
अब लड़ाई बंदूकों से नहीं,
कर्म, सेवा और सोच से होगी!
अब अगली सुबह
"ऑपरेशन सिन्दूर" नहीं…
"ऑपरेशन नवोदयन" की शुरुआत होगी!
"जब नवोदयन जागेगा, तो भारत सिर्फ दौड़ेगा नहीं, बल्कि आगे बढ़ेगा, सच्चाई के साथ खड़ा होगा और हर मुश्किल को पार करेगा। यह देश से भ्रष्टाचार को खत्म करेगा और हर अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएगा।"
जय हिन्द!
जय नवोदयन!
जय भारत माता!