138 "जहाँ संघर्ष खत्म होता है, वहाँ से राधेश्याम पालीवाल की कहानी शुरू होती है!" - Navodaya Clap

"जहाँ संघर्ष खत्म होता है, वहाँ से राधेश्याम पालीवाल की कहानी शुरू होती है!"

"जहाँ संघर्ष खत्म होता है, वहाँ से राधेश्याम पालीवाल की कहानी शुरू होती है!"

Information hindi | By Admin | May 20, 2025


संघर्ष से सफलता तक: राधेश्याम पालीवाल की दिल छू लेने वाली कहानी ✨

"जहाँ उम्मीदें दम तोड़ देती हैं, वहाँ कुछ लोग जिद में इतिहास लिखते हैं..."

 

 

छोटे से गाँव से बड़ी उड़ान तक

 

👶 बचपन में ही सिर से पिता का साया उठ गया...

🏡 राजसमंद ज़िले के एक सुदूर गाँव की गलियों में बीता वो समय — जहाँ न कोई सहारा था, न कोई दिशा, बस आंखों में एक सपना था — कुछ कर दिखाने का।

 

📚 कक्षा 6 में नवोदय विद्यालय में चयन — यही था वो पल, जब ज़िंदगी ने पहली बार कहा, "तू कर सकता है!"

 

कक्षा 6 से 8: JNV राजसमंद

 

कक्षा 9: माइग्रेशन से पहुँचे गुजरात, कच्छ (भुज)

 

कक्षा 10: फिर से लौटे JNV राजसमंद

 

11वीं–12वीं: JNV मावली, उदयपुर से शिक्षा पूरी की

 

बने CA... लगभग

 

📘 जब दोस्त इंजीनियर-डॉक्टर बन रहे थे, राधेश्याम ने ठानी — मैं बनूंगा चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA)।

📖 चार बार CA Final का एग्जाम दिया — हर बार थोड़ा और करीब पहुँचे...

लेकिन ज़िंदगी ने एक और मोड़ लिया —

💸 आर्थिक हालात डगमगाए, घर की ज़िम्मेदारियाँ बढ़ीं — मजबूरी में CA का सपना वहीं ठहर गया।

 

फिर भी हार नहीं मानी!

 

🧵 तीन सिलाई मशीनें उधार पर लीं

🚶‍♂️ गाँव-गाँव घूमकर ऑर्डर इकट्ठे किए

🪡 Purvi Fashion नाम से एक छोटे यूनिट की शुरुआत की — शुरुआत Lehenga-Choli और Kids Wear से...

हर फंदे में मेहनत थी, हर सीवन में संघर्ष — और हर कपड़े के पीछे एक सपना!

 

2020 — जब सब कुछ टूटता दिखा

 

🦠 कोरोना का कहर...

💔 काम ठप, ऑर्डर बंद — और 30 लाख का कर्ज सिर पर

पर इस बार राधेश्याम ने खुद से कहा —

"जो चार बार CA Final के लिए नहीं रुका, वो अब हार कैसे माने!"

 

🌙 रातों की नींद छोड़ दी, दिन को दोगुना लंबा कर दिया —

मेहनत ऐसी की किस्मत को भी झुकना पड़ा।

 

 

आज का राधेश्याम पालीवाल — गर्व की मिसाल

Purvi Fashion — सूरत का एक उभरता हुआ नाम

✅ 250 सिलाई मशीनें

✅ 1 cr रुपये का खुद का घर

✅ Kia Syros कार

✅ और अब — 5 करोड़ का Jacquard Loom Project, जहाँ खुद का कपड़ा उत्पादन शुरू किया है

✅ पिछले वर्ष का टर्नओवर: लगभग ₹15 करोड़!

ये सिर्फ एक बिज़नेस स्टोरी नहीं — ये एक इमोशन है

 

...जिसमें अकेलापन था, पर हौसला भी था

...जिसमें ठोकरें थीं, पर रुकना नहीं सीखा

...और जिसमें हर गिरावट के बाद एक नई उड़ान थी!

 

सीखें जो हर युवा को समझनी चाहिए

 

⭐ असफलता आख़िरी पड़ाव नहीं, एक मोड़ भर है

⭐ मेहनत वो चाबी है, जो बंद किस्मत भी खोल देती है

⭐ जब कोई साथ न हो — तब खुद अपने साथ खड़े हो जाओ

 

Navodaya Clap की ओर से सलाम उस Navodayan को

 

...जिसने संघर्ष को सीढ़ी बनाया, हौसले को हथियार, और आज लाखों युवाओं के लिए बन गया एक चमकता हुआ सितारा।

 

राधेश्याम पालीवाल — सिर्फ नाम नहीं, एक प्रेरणा हैं!

क्या आप भी किसी Navodayan की ऐसी कहानी जानते हैं?

हमें बताइए — हम उसे दुनिया के सामने लाएंगे।

Share it with us at: support@navodayaclap.com"

 

Navodaya Clap — जहाँ हर कहानी एक ताक़त है!

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